रेसलर्स के हक में जंतर-मंतर पहुंचेंगी खापें: बजरंग ने सोशल मीडिया से PM मोदी की फोटो हटाई; दंगल गर्ल गीता फोगाट समर्थन में उतरी
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रेवाड़ी13 मिनट पहले
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दिल्ली में जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने में पहुंचे किसान संगठन।
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में आज हरियाणा और पश्चिमी UP की खाप पंचायतें दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुचेंगी। आज इन रेसलर्स के धरने का पांचवां दिन है। गुरूवार सुबह भी पहलवानों ने गद्दों और सड़क पर वर्कआउट किया।
दिल्ली पुलिस को बृजभूषण के खिलाफ सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकायत देने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग कर रहे पहलवानों में शामिल ओलंपियन विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने खापों से साथ देने की अपील की थी। इसके बाद आज खाप नेता जंतर-मंतर पहुंच रहे हैं।
उत्तर भारत की सबसे बड़ी खाप पंचायत पालम-360 के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी समेत हरियाणा की तमाम खापें पहलवानों के हक में आ चुकी हैं।
इसी बीच बजरंग पूनिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट का कवर बदल दिया है। इसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हाथ मिलाकर खड़े थे लेकिन अब उन्होंने अपनी सिंगल फोटो लगा ली है।
सोशल मीडिया फैंस के एतराज जताने के बाद बजरंग ने सोशल मीडिया अकाउंट से PM मोदी के साथ हाथ मिलाने वाली तस्वीर हटाकर अपनी लगा ली है।
वहीं दंगल गर्ल इंटरनेशनल रेसलर गीता फोगाट भी पहलवानों के समर्थन में आ गई हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- सत्य परेशान हो सकता है, पर पराजित नहीं। उनकी बहन बबीता फोगाट भी यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए बनी कमेटी पर सवाल खडी कर चुकी है।
बुधवार के बाद गुरूवार को भी पहलवानों ने गद्दों व सड़क पर वर्कआउट किया।
किसान नेता टिकैत बोले- गांवों में गुस्सा, न्याय मिले
गुरुवार को खिलाड़ियों के समर्थन में कई हस्तियों ने ट्वीट किए। इतना ही नहीं किसान नेता ने संदेश जारी कर कहा कि खिलाड़ी पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे है। वे 2-3 महीने पहले भी धरने पर थे। सरकारों की उनके साथ बातचीत हुई थी। यौन शोषण का मामला है। एक कमेटी बनी थी। उस कमेटी ने कोई रिपोर्ट नहीं दी। दोबारा उन्हें फिर धरने पर बैठना पड़ा।
समाज के सामने अपनी बात कहनी पड़ी और गांवों में इस मुद्दे पर बहुत गुस्सा है। खिलाड़ी किसी जाति, समाज या क्षेत्र के नहीं है, बल्कि हम सबके है। खिलाड़ियों को न्याय मिलना चाहिए। इसके अलावा आज राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत खिलाड़ियों के बीच जंतर-मंतर पर पहुंचेंगे।
ओलंपियन विनेश फोगाट आरोप लगा चुकी है कि WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने पिछले 10-12 बरसों में एक हजार से ज्यादा महिला पहलवानों का शोषण किया।
ओलंपियन अभिनव बिंद्रा का समर्थन में ट्वीट
रेसलर्स को समर्थन करते हुए ओलंपियन अभिनव बिंद्रा ने भी ट्वीट किया है। अभिनव बिंद्रा ने लिखा कि एथलीटों के रूप में, हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए हर दिन कड़ी मेहनत करते हैं। भारतीय कुश्ती प्रशासन में उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में हमारे एथलीटों को सड़कों पर विरोध करना आवश्यक समझते हुए यह बहुत ही चिंताजनक है। मेरा दिल उन सभी के लिए जाता है जो प्रभावित हुए हैं। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस मुद्दे को ठीक से संभाला जाए, एथलीटों की चिंताओं को सुना जाए और निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से जांच हो।
यह घटना एक उचित सुरक्षा तंत्र की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर उजागर करती है, जो उत्पीड़न को रोक सके और प्रभावित लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित कर सके। हमें सभी एथलीटों के विकास के लिए एक सुरक्षित और सुरक्षित वातावरण बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।
राजस्थान के छात्र नेता भी समर्थन में
वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के छात्र नेता निर्मल चौधरी भी धरनारत खिलाड़ियों के समर्थन में आ गए है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि पिछले कई दिनों से देश का गौरव बढ़ाने वाले हमारे पहलवान साथी अन्याय के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहे है। जिसमें इनकी आवाज को मज़बूत करने के लिए 28 अप्रैल को वे अपनी टीम के साथ धरने में शामिल होंगे।
विनेश-बजरंग ने 24 अप्रैल को मांगा था साथ
बजरंग पूनिया ने 24 अप्रैल को कहा, ‘पिछली बार हमसे भूल हो गई थी। हम खिलाड़ी हैं, हमें राजनीति नहीं आती। आज हमें आपकी जरूरत है, हमारा साथ दें। इतने बड़े खिलाड़ी धरने पर हैं। अब कुछ नहीं हुआ, तो कभी नहीं होगा। हमारी बहन-बेटियों की लड़ाई में साथ आएं। ये लड़ाई एक बाहुबली के खिलाफ है।’ इसी तरह की अपील विनेश फोगाट ने भी की। इसके बाद खाप नेताओं ने जंतर-मंतर पर पहुंचकर पहलवानों का सपोर्ट करने का ऐलान कर दिया।
हरियाणा की अलग-अलग खापों को मिलाकर बनी सर्वखाप पंचायत के प्रवक्ता जगबीर मलिक कह चुके हैं कि वह अपनी बेटियों के साथ हैं। अगर वे धरना देते हुए रो रही हैं तो कुछ गड़बड़ी जरूर हुई है। सारी खाप पंचायतें उनके साथ हैं। मलिक ने झज्जर, रोहतक, सोनीपत और बाकी पंचायतों से भी बात करने की बात कही।
जगबीर मलिक मलिक खाप के भी प्रवक्ता हैं जो देश की सबसे बड़ी खाप पंचायत है। इसमें हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के 1430 गांव आते हैं। इसके अलावा हिसार, जींद और झज्जर के 52 गांव की नैन खाप और 30 गांव वाली भनवाला खाप भी पहलवानों को समर्थन दे चुकी है।
उत्तर भारत की सबसे बड़ी खाप पंचायत, पालम-360 के प्रधान सुरेंद्र सोलंकी जंतर-मंतर पर पहुंचकर पहलवानों के आंदोलन को समर्थन दे चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
7 महिला रेसलर्स की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 28 अप्रैल को सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- ‘पहलवानों ने याचिका में यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन पर विचार किए जाने की जरूरत है।’ बुधवार को इसी मामले में FIR दर्ज न करने पर सुप्रीम कोर्ट से जारी नोटिस का दिल्ली पुलिस ने जवाब दाखिल किया। इसमें कहा गया पुलिस केस दर्ज करने से पहले जांच कर रही है। आरोपों की जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज करने की ओर बढ़ा जाएगा।
देश के सॉलिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता ने भी बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने से पहले प्रारंभिक जांच करनी जरूरी है।
पहलवानों के हक में संयुक्त किसान मोर्च की मीटिंग 28 को
सोनीपत से बुधवार को ही सैकड़ों की संख्या में किसान रेसलर्स के समर्थन में दिल्ली रवाना हो गए। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता नेता अभिमन्यु कुहाड़ ने कहा कि वह खिलाड़ियों के समर्थन में जा रहे हैं। 28 अप्रैल को इसी मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक भी होगी। WFI अध्यक्ष बृजभूषण पर निशाना साधते हुए कुहाड़ ने कहा कि केंद्र सरकार खिलाड़ियों का अपमान कर रही है। देश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ी आज फुटपाथ पर सोने को मजबूर हैं। महिला पहलवानों की शिकायत के बावजूद FRI दर्ज न होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
जम्मू-कश्मीर समेत 4 राज्यों के गवर्नर रह चुके सत्यपाल मलिक और वरिष्ठ कम्युनिष्ट नेता वृंदा करात भी पहलवानों के बीच पहुंचकर उनका हौसला बढ़ा चुकी हैं7
राजनेताओं ने भी दिया समर्थन
मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहलवानों के बीच पहुंचे तो बुधवार को कांग्रेस की ही वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर देश से इन पहलवानों का साथ देने की अपील की। बुधवार को जम्मू कश्मीर समेत 4 राज्यों के गवर्नर रह चुके सत्यपाल मलिक ने जंतर-मंतर पहुंचकर रेसलर्स का हौसला बढ़ाया। वरिष्ठ कम्युनिष्ट नेता वृंदा करात, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता, महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेटा डिसूजा समेत तमाम राजनीतिक नेता इन खिलाड़ियों को अपना समर्थन दे चुके हैं।
ओलिंपिक गोल्ड मेडल विजेता अभिनव बिंद्रा भी इन पहलवानों के हक में आवाज उठा रहे हैं।
कांग्रेस धरने पर बैठे पहलवानों का समर्थन कर रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उनके हक में ट्वीट किया वहीं हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुद 25 अप्रैल को रेसलर्स के बीच पहुंचे थे।
3 महीने में दूसरी बार पहलवान धरने पर
18 जनवरी को रेसलर्स विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत 30 पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया था। विनेश फोगाट ने आरोप लगाए थे कि फेडरेशन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोच नेशनल कैंप में महिला रेसलर्स का यौन उत्पीड़न करते हैं। आरोपों की जांच के लिए दो कमेटियां बनाई गई थीं। इसके बाद पहलवानों ने प्रोटेस्ट खत्म कर दिया था। 23 अप्रैल को वे फिर से धरने पर बैठ गए।
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