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- 3 Gold In Malkhamb, Pankaj Told Did Not Eat Salt For 3 Years To Make The Body Flexible
भोपालएक घंटा पहलेलेखक: रामकृष्ण यदुवंशी
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मप्र ने 5 गाेल्ड समेत कुल 12 मेडल जीते।
मप्र खेलाे इंडिया यूथ गेम्स के मलखंभ में ओवरऑल चैंपियन बना। उसने 5 गाेल्ड समेत कुल 12 मेडल जीते। खेलाे इंडिया में पहली बार मलखंभ काे शामिल किया गया है और पहली ही बार में मप्र चैंपियन बना है।
प्रदेश काे चैंपियन बनाने में 18 साल के युवा खिलाड़ी पंकज गारगामा ने सबसे अहम भूमिका निभाई है। 5 में से 3 गाेल्ड उन्होंने जीते हैं। वे प्रदेश के पहले प्लेयर हैं, जिन्हाेंने खेलाे इंडिया में एक ही दिन में तीन गाेल्ड जीते हैं वह भी रिकाॅर्ड अंकाें के साथ।
पंकज ने पाेल, राेप और ओवरऑल तीनाें में 10 में से 9.10 अंक लिए। इस रिकाॅर्डताेड़ व हैरतअंगेज परफॉर्मेंस के पीछे उन्हाेंने लंबा त्याग किया है। जानिए, उन्हाेंने इस दिन के लिए क्या-क्या संघर्ष किया है।
इस खेल के लिए बहुत कुछ छाेड़ना और ना चाहकर भी बहुत कुछ खाना भी पड़ता है…
मैं उज्जैन के खाचराेद का रहने वाला हूं और एक किसान का बेटा हूं। मैं भी समय मिलने पर खेत जाता हूं और माता-पिता का हाथ बंटाता हूं, लेकिन मेरा ज्यादातर समय मलखंभ के लिए व्यायाम शाला में गुजरता है।
मैंने 12 साल की उम्र में व्यामशाला जाना शुरू कर दिया था। शुरुआत में याेगा किया, लेकिन वहीं पर खंभ पर मलखंभ हाेता था ताे मैं उसमें भी जाने लगा। वहां सिर्फ एक साल मलखंभ किया और स्कूल लेवल के टूर्नामेंट में गाेल्ड जीत लिया।
फिर ऐसा ही स्टेट लेवल पर हुआ। मैंने अब तक नेशनल 9 गाेल्ड जीते हैं। मैं सुबह व शाम 4-4 घंटे अभ्यास करता हूं। यह खेल तंदुरुस्ती का है। इसके लिए बहुत कुछ छाेड़ना और ना चाहकर भी बहुत कुछ खाना भी पड़ता है। मैंने पिछले 3 साल से नमक नहीं खाया है। चूंकि मैं धाकड़ समाज से हूं, इसलिए नॉनवेज घर पर नहीं बनता है।
काेच ने जाे डाइट चार्ट दिया उसमें नानवेज सबसे जरूरी बताया। यह बात मेरे बड़े भाई काे पता पड़ी ताे उन्हाेंने मुझे घर से बाहर नानवेज खाने की इजाजत दी है। अगले साल खेलाे इंडिया भाेपाल में हाेना है। उसमें मेरा फाेकस रहेगा कि मैं फिर अपने स्टेट काे चैंपियन बनवाऊं।
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