चंडीगढ़एक घंटा पहलेलेखक: राजकिशोर
- कॉपी लिंक
देश में महिला हॉकी का जिक्र होते ही जेहन में सबसे पहले चक दे इंडिया फिल्म आती है। इस फिल्म को बनाने का आइडिया 2002 कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय महिला हॉकी टीम के गोल्ड मेडल जीतने से आया था। तब भारत ने 32 साल बाद कॉमनवेल्थ गेम्स का गोल्ड जीता था। इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में ममता खरब के गोल की बदौलत भारत को वह ऐतिहासिक जीत मिली थी। टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला टीम की ऑस्ट्रेलिया पर शानदार जीत के बाद भास्कर ने देश की गोल्डन गर्ल ममता से बात की। आप भी पढ़िए कि ममता ने रानी रामपाल की कप्तानी वाली भारतीय टीम के प्रदर्शन पर क्या कहा…
नहीं थी ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद
ममता ने कहा कि उन्हें बहुत कम उम्मीद थी कि भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल से आगे बढ़ पाएगी। उन्होंने कहा-ऑस्ट्रेलिया की टीम बहुत मजबूत थी और वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर-3 पर काबिज थी। उनका डिफेंस बहुत तगड़ा था। लेकिन, हमारी खिलाड़ियों ने जैसा खेल दिखाया है उससे अब यही लगता है कि टीम गोल्ड भी जीत ले बहुत हैरानी नहीं होगी।
सविता महिला टीम की श्रीजेश हैं
ममता ने कहा-ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का डिफेंस दमदार रहा। गोलकीपर सविता पूनिया ने बहुत ही बड़ा रोल प्ले किया है। मैं तो कहूंगी कि ममता महिला टीम की श्रीजेश हैं। जिस तरह पुरुष हॉकी में श्रीजेश की गोलकीपिंग भारत को संकट से बाहर निकाल लेती है उसी तरह सविता की गोलकीपिंग महिला टीम के लिए सबसे मजबूत पहलू है। सविता भारतीय टीम की दीवार हैं।
फिटनेस लेवल में बहुत सुधार आया
ममता ने कहा कि भारतीय महिला खिलाड़ियों का फिटनेस लेवल टॉप क्लास रहा है। अब वह दौर बीत गया जब हम फिटनेस के मामले में यूरोपियन और ऑस्ट्रेलियन टीमों से काफी पीछे होते थे। टीम की सीनियर खिलाड़ी भी जूनियर खिलाड़ियों के बराबर फिट नजर आईं।
गोल के बाद जश्न मनाती भारतीय टीम।
फॉरवर्ड खिलाड़ियों को गोल करना होगा
ममता ने कहा -आज बेशक हमने क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल कर ली है और यह बहुत बड़ी उपलब्धि भी है। लेकिन, टीम को गोल स्कोरिंग में सुधार करना होगा। मुझे लगता है कि टीम को एक और गोल करना चाहिए था। आगे के मैचों में कप्तान रानी रामपाल और अन्य फॉरवर्ड को इस एरिया में सुधार करना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया के साथ मैच में हमने कुछ मौके गंवाए। यह कमी दूर हो गई तो मेडल पक्का है।
टीम में सीनियर्स और जूनियर खिलाड़ियों का बेहतर मिश्रण
ममता ने कहा कि इस टीम के लिए एक अच्छी बात यह है कि टीम में कई खिलाड़ी काफी अनुभवी हैं और पिछले 10 सालों से टीम में है। टीम मैनेजमेंट का इन खिलाड़ियों पर भरोसा टीम के लिए फायदेमंद रहा। वहीं टीम में जूनियर खिलाड़ियों के शामिल होने से टीम के पास विकल्प रहे। इस वजह से आपको बेहतर सब्सीट्यूट मिले।
महिला हॉकी को मिलेगा बढ़ावा
भारतीय टीम की इस ऐतिहासिक जीत से भारतीय महिला हॉकी को बढ़ावा मिलेगा। मुझे उम्मीद है कि ज्यादा लड़कियां इस खेल के लिए आगे आएंगी और उन्हें पैरंट्स और समाज का भी सपोर्ट मिलेगा।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.