लंदन22 मिनट पहले
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साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम की शुरुआत 3 जुलाई से हो रही है। प्रतियोगिता 16 जुलाई तक चलेगी।
टेनिस के सबसे पुराने टूर्नामेंट विंबलडन के मैचों की कमेंट्री आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से होने जा रही है। 3 जुलाई से शुरू हो रहे साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन की आयोजक संस्था ऑल इंग्लैंड क्लब ने घोषणा की है कि इस वर्ष विंबलडन के एप और वेबसाइट पर इंसानों की जगह मुकाबलों की कमेंटरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से निर्मित कमेंटेटर करेंगे।
146 साल पुराने इस टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब AI कमेंटेटर लिखने और बोलने का काम करेंगे। इन कमेंटेटर को कोई भी इंसानी इनपुट नहीं दिया जाएगा। ऐसे में AI कमेंटेटर खुद ही अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करेगा। पहली बार विंबलडन के मैचों का लाइव प्रसारण और कमेंटरी 1937 में BCC में हुआ था।
सबसे पहले AI कमेंटेटर का उपयोग 3 महीने पहले यूएस मास्टर्स गोल्फ टूर्नामेंट में हुआ था। अमेरिकी गोल्फिंग दिग्गज जैक निकलॉस के पास एक एआई-संचालित एनीमेशन था जो प्रशंसकों से बात करने और गोल्फिंग सवालों के जवाब देने में सक्षम था।
3 महीने पहले US मास्टर्स गोल्फ टूर्नामेंट में AI कमेंटेटर्स ने कमेंट्री की थी।
टेनिस की भाषा में तैयार किए गए हैं कमेंटेटर
ऑल इंग्लैंड क्लब एआई कमेंटेटर को आईबीएम की मदद से लॉन्च करने जा रहा है। इसके लिए एआई कमेंटेटर को टेनिस की अनूठी भाषा में तैयार किया गया है। इसके डाटा में शामिल होगा कि गेंद कहां पर है। खिलाड़ी किस तरह के शॉट खेल रहे हैं। कमेंटरी के दौरान महिला और पुरुष टिप्पणीकारों का इस्तेमाल किया जाएगा, लेकिन आवाज में मनुष्य का कोई इनपुट नहीं रहेगा।
विंबलडन 2023 के क्वालिफायर मुकाबले शुरू हो चुकी है। 3 जुलाई से मेन ड्रॉ के मैच होंगे।
मैकनरो-थ्रेलफॉल की आवाज भी निकाल सकते हैं
बताया जा रहा है कि AI कमेंटेटर दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रहे जॉन मैकनरो और दिवंगत बिल थ्रेलफॉल जैसे कई दिग्गज कमेंटेटरों की हूबहू आवाज में कमेंटरी कर सकेंगे। हालांकि थ्रेलफाल के निधन होने की वजह से उनकी आवाज की नकल करने में कुछ समस्या आ सकती है।
USA के पूर्व टेनिस खिलाड़ी जॉन मैकनरो इस खेल के मशहूर कमेंटेटर्स में से एक हैं।
एक्सपर्ट बोले- इंसानी लहजा कहां से लाएंगे?
AI कमेंटेटर की लॉन्चिंग पर टेनिस के विशेषज्ञों का कहना है कि एआई कमेंटेटर मनुष्य की तरह भाषा, लहजा और सेंस ऑफ ह्यूमर कहां से लाएगा।
लाइन जजों का काम भी कर सकता है AI
टेनिस में जल्द ही लाइन जजों की जगह AI निर्मित कृत्रिम जजों को लगाया जाएगा। एआई कमेंटेटर का इस्तेमाल एप और वेबसाइट पर दैनिक हाइलट आदि के लिए किया जाएगा। बाद में विंबलडन के प्रसारक बीबीसी पर सामान्य मैचों जैसे जूनियर, सीनियर और व्हीलचेयर टेनिस में इसको आजमाया जा सकता है।
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