जेट एयरवेज को मिला सिक्योरिटी क्लीयरेंस: अब जल्द ही उड़ान भरने को तैयार होंगी जेट एयरवेज की फ्लाइट्स
नई दिल्ली39 मिनट पहले
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गृह मंत्रालय ने जेट एयरवेज को सिक्योरिटी क्लीयरेंस दे दिया है। सुरक्षा क्लीयरेंस मिलने के बाद उम्मीद है कि कंपनी जल्द ही अपनी सेवाएं शुरू कर देगी। 5 मई को जेट एयरवेज ने हैदराबाद से दिल्ली के लिए परीक्षण उड़ान भरी थी। कंपनी के CEO ने इसे ‘इमोशनल मोमेंट’ कहा है।
सितंबर से शुरू हो सकती हैं उड़ानें
कंपनी के नए सीईओ ने संजीव कपूर ने कुछ दिनों पहले कहा था कि एयर ऑपरेटर्स सर्टिफिकेट के रिन्यूअन के बाद कंपनी जुलाई-सितंबर तिमाही में ही उड़ाने शुरू करने की योजना बना रही है। कंपनी को उम्मीद है कि सर्टिफिकेट मई की शुरुआत में मिल सकता है।
अकासा एयर भी मई-जून तक हो सकती है शुरू
आकाश एयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) विनय दुबे ने कुछ दिन पहले बताया था कि जून के महीने में एयरलाइन की पहली कॉमर्शियल उड़ान शुरू हो जाने की उम्मीद है। परिचालन शुरू होने के पहले 12 महीनों में उसकी योजना 18 विमानों का बेड़ा तैयार करने की है और उसके बाद हर साल एयरलाइन 12-14 विमानों को जोड़ती जाएगी।

क्यों बंद हुई थी जेट एयरवेज?
1990 के दशक की शुरुआत में टिकटिंग एजेंट से एंटरप्रेन्योर बने नरेश गोयल ने जेट एयरवेज की शुरूआत की थी। उन्होंने जेट एयरवेज की शुरूआत कर लोगों को एयर इंडिया का अल्टरनेटिव दिया था। एक वक्त में जेट के पास कुल 120 प्लेन थे। ‘दि ज्वॉय ऑफ फ्लाइंग’ टैग लाइन के साथ ऑपरेशन करने वाली कंपनी जब पीक पर थी तो हर रोज 650 फ्लाइट्स का ऑपरेशन करती थी।
हालांकि जब कंपनी बंद हुई तो उसके पास केवल 16 प्लेन रह गए थे। मार्च 2019 तक कंपनी का घाटा 5,535.75 करोड़ रुपए का हो चुका था। भारी कर्ज के चलते 17 अप्रैल 2019 को कंपनी बंद हो गई।
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