घरेलू निवेशक खरीद रहे हैं शेयर्स: अप्रैल के बाद भारी निकासी, विदेशी निवेशकों ने 64 हजार करोड़ रुपए निकाले
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मुंबई12 घंटे पहलेलेखक: अजीत सिंह
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चालू वित्तवर्ष में भारतीय बाजार भले ही रिकॉर्ड बना रहा है, लेकिन विदेशी निवेशकों (FII) ने इस दौरान जमकर पैसे निकाले हैं। चालू वित्तवर्ष यानी अप्रैल से लेकर अब तक विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से 64 हजार करोड़ रुपए की निकासी की है।
अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने निकाले 20 हजार करोड़
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में अब तक विदेशी निवेशकों यानी FII ने बाजार से 20,429 करोड़ रुपए निकाले हैं। अक्टूबर के आंकड़े देखें तो केवल 5 दिन ही इन निवेशकों ने शेयर की खरीदी की है। बाकी दिन इन्होंने शेयर्स की बिक्री की है। गुरुवार को इन निवेशकों ने 3,818 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए। इसका असर यह हुआ कि BSE सेंसेक्स 1,100 अंक से ज्यादा गिर गया।
17 दिन से लगातार बेच रहे हैं शेयर्स
इसके पहले 27 अक्टूबर को 1,913 करोड़ रुपए, 26 अक्टूबर को 2,368 करोड़ रुपए, 25 अक्टूबर को 2,459 करोड़, 22 अक्टूबर को 2,697 करोड़ और 21 अक्टूबर को 2,818 करोड़ रुपए के शेयर बेचे गए। इसी तरह 20 अक्टूबर को 1,843 करोड़ रुपए के शेयर बेचे गए जबकि 19 अक्टूबर को 505 करोड़ रुपए के शेयर बेचे गए। 5 अक्टूबर को 1,915 और 11 अक्टूबर को 1,303 करोड़ रुपए के शेयर बेचे गए।
सितंबर में 913 करोड़ रुपए की खरीदी
इससे पहले सितंबर महीने में केवल 913 करोड़ रुपए की खरीदारी इन निवेशकों ने की थी। जबकि अगस्त महीने में 2,568 करोड़ रुपए के शेयर्स की बिक्री हुई थी। जुलाई में तो सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 23,193 करोड़ रुपए के शेयर्स की बिक्री की गई जबकि जून में 26 करोड़ रुपए और मई में 6,015 करोड़ रुपए के शेयर की बिक्री की गई। अप्रैल में 12,039 करोड़ रुपए के शेयर बेचे गए।
इसका अर्थ यह हुआ कि चालू वित्तवर्ष के 7 महीने में से केवल एक महीने में ही FII ने पैसे शेयर बाजार में लगाए हैं। हालांकि अभी तक FII की इतनी भारी निकासी से बाजार पर कोई बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा है। बल्कि भारतीय बाजार लगातार नया रिकॉर्ड बनाता रहा है।
घरेलू निवेशक लगातार खरीद रहे हैं शेयर्स
इसके उलट देखें तो घरेलू संस्थागत निवेशकों ने लगातार खरीदी की है। इन्होंने अप्रैल में 11,359 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे जबकि मई में 2,067, जून में 7,043, जुलाई में 18,393 करोड़ रुपए और अगस्त में 6,894 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे। सितंबर में 5,948 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। अक्टूबर में हालांकि घरेलू निवेशकों ने केवल 128 करोड़ रुपए के ही शेयर खरीदे हैं।
आगे और गिरावट दिख सकती है
इन दोनों निवेशकों का रुझान बता रहा है कि बाजार में आगे गिरावट दिख सकती है। क्योंकि दोनों निवेशकों ने अक्टूबर में शेयर्स की बिक्री की है। जानकारों का मानना है कि बाजार में इस समय जो दो दिनों से गिरावट दिख रही है, वह इसी वजह से है। क्योंकि विदेशी निवेशक भारी मात्रा में शेयर्स बेच रहे हैं। मिडकैप, स्माल कैप के साथ लार्ज कैप शेयर्स में भारी गिरावट है
कई शेयर्स एक महीने के निचले स्तर पर
दो दिनों की गिरावट के बाद काफी सारे शेयर एक महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए। मार्गन स्टेनली ने गुरुवार को भारतीय बाजार को लेकर निगेटिव रूख दिखाया था। भारतीय बाजार का वैल्यूएशन इस समय काफी महंगे स्तर पर है। वैसे शुक्रवार को एशियन बाजार में भी गिरावट रही। अमेरिकी GDP के आंकड़े भी निगेटिव रहे। सितंबर तिमाही में इसमें 2% की गिरावट दर्ज की गई। साथ ही कुछ विकसित और उभरते हुए बाजारों में कोरोना के बढ़ते मामले ने भी निवेशकों में डर फैला दिया है।
रिटेल निवेशकों को बाजार से दूर रहना चाहिए
जानकारों का कहना है कि रिटेल निवेशकों को अभी बाजार से दूर रहना चाहिए। या फिर जब किसी स्टॉक में भारी गिरावट हो तो उसमें खरीदारी करनी चाहिए। शुक्रवार के कारोबार में सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, लार्सन एंड टूब्रो, HDFC जैसे ए ग्रुप के शेयर्स में 2% की गिरावट दिखी है। गुरुवार को भी इन शेयर्स की जमकर पिटाई हुई थी।
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