मुंबई7 मिनट पहलेलेखक: कुमार ऋत्विज
भारत का नंबर वन स्पिनर और एक कामचलाऊ बल्लेबाज, जो टेस्ट मैच में रन बना लेता है। अश्विन के बारे में अधिकतर लोगों की यही राय थी। जब राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें टॉप ऑर्डर में खेलने का मौका दिया, तो कई सवाल खड़े हुए। कहा गया कि कप्तान संजू को अश्विन से पहले खेलने आना चाहिए।
राजस्थान के इस कदम फायदा टीम को CSK के खिलाफ खेले गए अंतिम लीग मैच में हुआ। 8 साल तक अश्विन जिस टीम से IPL खेले, उसी चेन्नई के खिलाफ उन्होंने बैटिंग से राजस्थान रॉयल्स को मुकाबला जिता दिया। अश्विन की ही मैच विनिंग इनिंग का नतीजा है कि आज राजस्थान पॉइंट्स टेबल के टॉप 2 में है। आगे बढ़ने से पहले इस पोल में हिस्सा जरूर लें।
23 गेंदों पर नाबाद 40 रनों की पारी में 2 चौके और 3 गगनचुंबी छक्के। इस सीजन के शुरू होने से पहले ही आर अश्विन को राजस्थान रॉयल्स के मैनेजमेंट ने जल्दी विकेट गिरने पर नंबर तीन के लिए तैयार रहने को कहा था।
हालांकि, IPL 2022 से पहले टी-20 क्रिकेट में अश्विन के टॉप ऑर्डर में बैटिंग करने की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। अब वही अश्विन टी-20 वर्ल्ड-कप में टीम इंडिया की तरफ से बतौर ऑलराउंडर खेलने के दावेदार नजर आ रहे हैं। इस दौरान उनकी बैटिंग को लेकर अधिक चर्चा हो रही है। IPL 15 में 146 की स्ट्राइक रेट से 183 रन बनाने के अलावा अश्विन 11 विकेट चटका चुके हैं।
नई गेंद से बॉलिंग में नहीं है अश्विन को ऐतराज
अभ्यास मैचों में ओपनिंग करने के बाद अश्विन ने पिछले कुछ मैचों में पिंच हिटर की भूमिका परिस्थितियों के हिसाब से निभाई। शुक्रवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उन्हें फिनिशर की भूमिका निभानी थी और उन्होंने मैच खत्म किया। अब लगता है कि वे इस IPL में सब कुछ कर सकते हैं।
दबाव वाले रन चेज में जब दो विकेट गिर गए हों, तो यह अश्विन वहां खेलना पसंद नहीं करते। वह ना तो रसेल की तरह पावर हिटर हैं और ना ही अपनी टीम के साथी शिमरोन हेटमायर की तरह लंबे शॉट लगा सकते हैं। उनकी बल्लेबाजी स्टाइल मैदान के सहारे गेंद को चिप करना और पावरप्ले की पाबंदियों का फायदा उठाना है।
नई गेंद से पावर प्ले में गेंदबाजी करनी है? अश्विन तैयार हैं। मिडिल या डेथ ओवरों में गेंदबाजी करनी है? अश्विन को इससे भी कोई ऐतराज नहीं है। दाएं हाथ के बल्लेबाजों को गेंदबाजी करनी है? तैयार हैं। नंबर तीन पर बल्लेबाजी करनी है? बिल्कुल। हो भी क्यों ना, इस IPL में 10 विकेट लेने और 150 रन बनाने वाले वे आंद्रे रसेल के बाद इकलौते खिलाड़ी हैं।
टीम इंडिया की ओर से खेलते हुए भी अश्विन ने नई गेंद से शानदार बॉलिंग की है। उनका यही प्रदर्शन अश्विन को बाकी स्पिनर्स की तुलना में विशेष बनाता है।
हेटमायर और रियान पराग से पहले खेलने आए अश्विन
CSK के खिलाफ 151 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए अश्विन 12वें ओवर में बल्लेबाजी करने आए, जिससे हेटमायर और रियान पराग को सही समय पर उतारा जा सके। हालांकि, हेटमायर बाउंड्री की तलाश में सात गेंद पर छह ही रन बनाकर आउट हो गए और पराग भी बस नाम के लिए ही अश्विन का साथ दे पाए। अश्विन शानदार लय में थे, उन्होंने 23 गेंद में नाबाद 40 रन बनाकर अपनी टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया।
अश्विन ने इस IPL सीजन में गेंदबाजों के खिलाफ क्रिकेटिंग शॉट्स खेले हैं।
उन्होंने अपनी तीसरी ही गेंद पर मोईन अली को लेग साइड पर छक्का लगा दिया। चेन्नई ने इसके बाद अपने लेग स्पिनर प्रशांत सोलंकी को बुलाया, जिन्होंने हेटमायर का विकेट चटकाया था। ओवर की आखिरी गेंद पर अश्विन ने सोलंकी को डीप मिडविकेट पर स्लॉग स्वीप करके छक्का लगा दिया। राजस्थान को 22 गेंद में 39 रन चाहिए थे और डगआउट में नंबर 11 के बल्लेबाज ट्रेंट बोल्ट, युजवेंद्र चहल, प्रसिद्ध कृष्णा और ओबेद मैकॉय बैटिंग के लिए थे।
शफल करते हुए अश्विन ने बिगाड़ दी गेंदबाज की लय
अश्विन जानते थे कि सोलंकी उनकी पहुंच से गेंद को दूर रखेंगे और चाहेंगे कि वे लेग साइड की छोटी बाउंड्री का फायदा नहीं उठा पाएं। हालांकि, अश्विन ने हल्का सा शफल किया और गेंद तक आए और डीप मिडविकेट पर स्लॉग स्वीप करके छक्का निकाल लिया। जब मुकेश चौधरी ने गलती से ज्यादा बाहर गेंद कर दी, तो उन्होंने उन पर भी डीप मिडविकेट पर तीसरा छक्का लगाया और चेन्नई का खेल खत्म कर दिया।
अश्विन को बल्लेबाजी में यह सफलता ट्रेनिंग में घंटों बहाए पसीने के बाद मिली है। स्टार स्पोर्ट्स तमिल पर तमिलनाडु टीम के अपने एक्स टीम-मेट अभिनव मुकुंद से बात करते हुए अश्विन ने खुलासा किया कि वे फरवरी 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट के बाद से स्लॉग स्वीप पर काम कर रहे थे, जब उन्होंने मोईन और जैक लीच का सामना किया।
यह अश्विन ही थे, जिन्होंने राजस्थान को चेन्नई के खिलाफ गेंद से भी वापसी कराई थी। मोईन से अपने पहले ओवर में दो चौके और एक छक्का खाने के बाद वह दूसरे ओवर में आए और जब डेवन कॉनवे ने स्वीप का प्रयास किया, तो उन्होंने फुलर गेंद डाल दी और वह पगबाधा हो गए। यह वह समय था, जब चेन्नई की रनों की गति कम होना शुरू हुई थी। अश्विन ने चार ओवर में 28 रन देकर एक विकेट लिया।
अश्विन स्लॉग स्वीप पर महीनों से अभ्यास कर रहे हैं
अश्विन ने कहा, “मैं कुछ समय से स्लॉग स्वीप खेल रहा हूं। मैंने चेन्नई टेस्ट के बाद से अपनी स्वीप पर अधिक विश्वास करना शुरू किया है। मुझे लगता है कि यह अहम शॉट है। मैं उनमें से हूं, जो गेंद को अच्छे से टाइम करता है। मैं स्लॉग स्वीप करता हूं, तो मैं गेंदबाज को मेरी लेंथ पर गेंदबाजी करने पर मजबूर कर सकता हूं। मैंने अपनी बल्लेबाजी पर बहुत काम किया है। अपनी बल्लेबाजी तकनीक पर काम किया है।”
झुककर स्टांस लेना अश्विन के लिए फायदेमंद रहा
तकनीक के अलावा अश्विन ने इस सीजन में झुककर स्टांस भी लिया है, जिससे उन्हें जल्दी बाउंड्री पार करने में मदद मिलती है। ऐसा उन्होंने इस महीने की शुरुआत में डीवाई पाटिल स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ लगाए गए अर्धशतक के दौरान दिखाया।
इस स्टांस में खेलते हुए अश्विन ने अपने टी-20 करियर का पहला अर्धशतक लगाया था।
अश्विन ने कहा, “यह स्टांस बहुत सोच समझकर लिया गया निर्णय था। डीवाई पाटिल ऐसा स्टेडियम है, जहां पर अधिक बाउंस होता है और मैंने उस स्टांस का उपयोग उस बाउंस का इस्तेमाल करने के लिए लिया था। आप कई चीजों पर काम करते हो, लेकिन अगर आप उन पर सफल होते हो, तभी आप उनका आगे इस्तेमाल करते हो। मैं खुश हूं कि यह काम कर गया।”
गेंदबाजी के दौरान स्पीड बढ़ाने पर दे रहे ध्यान
अश्विन ने कहा, “टी-20 क्रिकेट में कई बार एक जगह पर ही गेंद डालना गेंदबाज को कमजोर बना देता है। जो भी हम सोच रहे हैं, हमें उसको अमली जामा पहनाना आना चाहिए। अश्विन के मुताबिक आधे गेंदबाज तब संघर्ष करते हैं, जब वे अपने प्लान को मैदान पर नहीं उतार पाते हैं।
इसी के साथ वह कहते हैं कि मैं अपनी स्पीड पर भी काम कर रहा हूं। मेरी गेंदबाजी में लगातार बदलाव मेरे लिए महत्वपूर्ण है और इसी का नतीजा है कि कुछ बल्लेबाज मेरे वेरिएशंस को नहीं चुन सकते। दिग्गज गेंदबाज और बतौर बल्लेबाज अश्विन का खेल लोगों को काफी पसंद आ रहा है। टीम इंडिया के लिए भी फैंस को अश्विन के ऑलराउंड खेल की उम्मीद है।
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